हिंदू धर्म में, तुलसी को एक पवित्र पौधा माना जाता है और उसकी पूजा की जाती है। यदि आपका तुलसी का पौधा सूख गया है, तो उसे उचित विधि से हटाना महत्वपूर्ण है।
उखाड़ने के नियम:
- अनुचित दिन: रविवार, सोमवार, अमावस्या, पूर्णिमा, सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, एकादशी और पितृ पक्ष के दिनों में तुलसी का पौधा नहीं उखाड़ना चाहिए।
- उचित दिन: इन दिनों को छोड़कर, आप किसी भी दिन पौधे को उखाड़ सकते हैं। यदि आप धार्मिक मुहूर्त देखना चाहते हैं, तो बुधवार, गुरुवार या शुक्रवार को सुबह का समय उत्तम माना जाता है।
- सूचना: पौधे को उखाड़ने से पहले, उसे जल अर्पित करें और मिट्टी को गीला कर दें।
- गमले से हटाना: पौधे को जड़ों सहित सावधानी से गमले से निकालें।
- नया रोपण: यदि आप एक नया तुलसी का पौधा लगाना चाहते हैं, तो उसी दिन एक नए गमले में ताजी मिट्टी में रोपें।
- पुराने पौधे का निपटान: पुराने पौधे को सम्मानपूर्वक जमीन में दबा दें या बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।
अतिरिक्त बातें:
- यदि आपका पौधा रोगग्रस्त या कीटों से ग्रस्त है, तो उसे जल्द से जल्द हटा देना चाहिए।
- यदि आप लंबे समय के लिए घर से बाहर जा रहे हैं, तो आप पौधे को किसी विश्वसनीय व्यक्ति की देखभाल में रख सकते हैं या उसे अस्थायी रूप से किसी अन्य स्थान पर स्थानांतरित कर सकते हैं।
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